आजकल के भाग दौड़ और तनावग्रस्त जीवनचर्या की वजह से सुकून भरी अच्छी नींद बोहोत मुश्किल सी हो गई है। इस लेख में आइये जानते हैं कुछ ऐसे असरदार घरेलु नुस्खे (Sleep Tricks) जो आपको देंगे सुकून भरी अच्छी नींद वो भी तुरंत बिना किसी दवाओं के उपयोग से।
आप बिस्तर पर गए और तुरंत नींद भी आ जाये शायद यह लगभग नहीं के बराबर होता होगा। अच्छी सुकून भरी नींद के लिए लोग नींद की दवाओं तक का उपयोग करने लगें हैं जो की काफी हानिकारक होती हैं और इनकी लत भी लग सकती है।
डॉक्टर्स के मुताबिक हर इंसान के लिए सात से आठ घंटे की अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। यह न सिर्फ हमें तनाव से दूर रखती है बल्कि हमारे शरीर को स्वस्थ्य बनाए रखने में भी मदद करती है। ठीक इसी तरह अनिद्रा होने पर लोग कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
मेडिकल की भाषा में अनिद्रा को इंसोम्निया भी कहा जाता है। अच्छी नींद न सिर्फ हमें तनाव से दूर रखती है बल्कि हमारे शरीर को स्वस्थ्य बनाए रखने में भी मदद करती है।
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अनिद्रा (INSOMNIA)
आयुर्वेद में, नींद न आने को ‘अनिद्रा’ कहा जाता है। अनिद्रा एक ऐसी बीमारी है जिसमे रोगी को नींद न आना, कम देर तक की नींद आना, नींद अच्छे से न आना, बार बार नींद टूटना, और जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। अनिद्रा के कई कारण हो सकते हैं। हालांकि मुख्यतः मानसिक अशांति के परिणामस्वरुप अनिद्रा की समस्या होती है।
अनिद्रा के कारण
किसी भी प्रकार की शारीरिक व्यथा जैसे शरीर में दर्द, अतिशय तीव्र या मौसम में बदलाव की स्थिति या पुरानी बीमारियाँ भी अनिद्रा का कारण बन सकती हैं। थकान और चिंता से भी अनिद्रा हो सकती है। जिन लोगों को कमज़ोर पाचन, कब्ज और खाने की अनियमित आदतों का पूर्व इतिहास है, उन्हें अनिद्रा से पीड़ित होने की अधिक संभावना है। अनिद्रा का कोई भी कारण हो सकते है।
नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, 30% से 40% लोगों का कहना है कि उन्हें कभी-कभी अनिद्रा की समस्या होती है और 10% से 15% लोग कहते हैं कि उन्हें हर समय नींद न आने की परेशानी होती है। कुछ घरेलु और आयुर्वेदिक उपचार व सही जीवन शैली अपनाकर अनिद्रा का उपचार करना संभव है।
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अनिद्रा के प्रकार
रिसर्चर्स की मानें तो लोगों में 86 प्रतिशत बीमारियों का कारण अनिद्रा है। आमतौर पर यह बीमारी दो तरह की होती है शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म। यदि यह समस्या तीन सप्ताह या उससे कम समय तक के लिए होती है तो इसे शॉर्ट टर्म प्रॉब्लम कहते हैं और तीन सप्ताह से अधिक होने पर यह लॉन्ग टर्म समस्या कहलाती है।अवस्था और समय के आधार पर यह दो प्रकार की हो सकती है –
एक्यूट इंसोमनिया (Acute Insomnia)
अनिद्रा की यह स्थिति कुछ दिनों या कुछ हफ्तों तक परेशान कर सकती है। यह अनिद्रा का आम प्रकार है, जो काम या पारिवारिक दवाब के कारण हो सकता है। इसे सामान्यतया घरेलु उपायों के द्वारा ठीक किया जा सकता है।
क्रॉनिक इंसोमनिया (Chronic Insomnia)
यह अनिद्रा की गंभीर अवस्था है, जो महीने भर से ज्यादा परेशान कर सकती है। कई मामलों में अनिद्रा का यह प्रकार किसी अन्य शारीरिक बीमारी के दुष्प्रभाव के रूप में आ सकता है। इस स्थिति इ एक बार अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श ले लेना चाहिए।
सुकून भरी अच्छी नींद पाने के घरेलु एवं आयुर्वेदिक उपाए
- रात को सोने से पहले गर्म दूध पीना नींद आने का आसान उपाय है। बादाम का दूध कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जिससे मस्तिष्क को मेलाटोनिन (वह हार्मोन जो निद्रावस्था /जागृतवस्था चक्र को नियंत्रित करने में मदद करता है) के निर्माण में मदद मिलती है।
- कोल्ड प्रेस्ड कार्बनिक तिल के तेल को अपने पैरों के तलवों पर लगा कर रगड़ें, इससे पहले कि आप आराम से सुखपूर्वक चादर ओढ़ कर आराम करने जाएं (सूती मोज़े पैरों पर चढ़ा लें, ताकि आपकी चादर पर तेल न लगे)।
- 3 ग्राम ताजा पुदीने के पत्ते या 1.5 ग्राम पुदीने के सूखे पाउडर को 1 कप पानी में 15-20 मिनट के लिए उबालें।
- रात को सोते समय 1 चम्मच शहद के साथ गुनगुना लें। एक कटे हुए केले पर 1 चम्मच जीरा छिड़कें। रात को नियमित रूप से खाएं।
- प्राणायाम, व्यायाम, योग और ध्यान आपके मन को विश्राम देने और अच्छी नींद लाने का एक बेहतरीन तरीका है।
- अश्वगंधा और सर्पगंधा बराबर मात्रा में पीस कर इसका चूर्ण बना लें। रात को सोने से पहले चार से पांच ग्राम चूर्ण 1 गिलास पानी के साथ लें। इस आयुर्वेदिक दवा से आपको अच्छी और गहरी नींद मिलेगी।
- शरीर में मैग्नीशियम की कमी अनिद्रा के लिए जिम्मेदार होती है। बादाम में अच्छी मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है, इसलिए सुकूनभरी नींद के लिए हर रोज ३-4 बादाम खाएं।
- केले में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम मांसपेशियों को तनावमुक्त करता है, जिससे नींद अच्छी आती है। इसलिए रात को नींद न आने पर कटे हुए केले पर भुना-पिसा जीरा छिड़कर खाना चाहिए।
- रोज दो टीस्पून मेथी के पत्तों के रस में एक टीस्पून शहद मिलाकर खाने से नींद न आने की समस्या दूर होती है।
अनिद्रा में चिकित्सकीय सलाह कब लें ?
अगर अनिद्रा के घरेलू उपाय करने के बाद भी उसका हल न निकले, तो डॉक्टरी सलाह लें। इसके अलावा, अनिद्रा के लक्षण अगर ज्यादा हों और उनका असर जीवनशैली पर पड़ने लगे, तो बिना देर करते हुए डॉक्टरी सलाह लें।
अनिद्रा से बचाव के प्रभावी और सरल उपाए
नींद न आने की समस्या किसी को भी हो सकती है, जो आगे चलकर घातक परिणामों का कारण बन सकती है। इसलिए, जरूरी है कि वक्त रहते अनिद्रा के लक्षण पहचानकर अनिद्रा के उपाय किए जाएं। अगर अनिद्रा के घरेलू और आयुर्वेदिक उपचार का असर न हो, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टरी सलाह लेने में देरी न करें। अनिद्रा के घरेलू उपाय जानने के बाद अब हम इस भाग में अनिद्रा से बचाव की जानकारी दे रहे हैं।
- सोने और उठने का समय निर्धारित करें।
- शराब और अन्य नशे के पदार्थों का सेवन न करें।
- दिन के वक्त न सोएं।
- सोने से पहले हाई कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन करने से बचें।
- अगर नींद न आए, तो दूसरे कमरे में जाएं या कोई किताब पढ़ें। ऐसे करने से जल्दी नींद आ सकती है।
- अपने कमरे की रौशनी मद्दम कर के अच्छे धीमे सुरीले धुन के गाने सुनना चाहिए। अच्छी नींद लाने में ये भी एक कारगर उपाए है।
- रात को ज्यादा भारी या तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
- ध्यान रहे, सोने वाले कमरे में ज्यादा लाइट या किसी प्रकार का शोर न हो।
- अपने कमरे को साफ रखें।
- हफ्ते में दो-तीन दिन शरीर की मसाज कराएं।
- खुश रहने का प्रयास करें।
अस्वीकरण : इस आलेख में दी गई जानकारी ज्ञानवर्धन हेतु है न की किसी बीमारी के इलाज का विकल्प। अपने बीमारी के लिए अपने चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।