Corona Virus या Covid-19 ज़ूनोटिक (zoonotic) है जिसका अर्थ है पशुजन्य रोग | इस वायरस से इंसान और जानवर दोनों संक्रमित हो सकते हैं। इस वायरस का अभी “SARS-CoV-2” का नाम रखा गया है और इसकी वजह से आने वाली बीमारी को “Corona Disease 2019” जिसका सक्षिप्त नाम “COVID-19” है।
यह माना जाता है कि कोरोना वायरस की शुरुआत पिछले साल चीन के वुहान प्रांत के सीफ़ूड और पोल्ट्री बाजार मे हुई है, आज दुनिया भर के लिए एक गंभीर मामला बन गया है।
कोरोना वायरस (Corona Virus या Covid-19) क्या है ?
कोरोनावायरस वायरसों का एक बड़ा परिवार है जो सामान्य सर्दी-जुखाम से लेकर अधिक गंभीर बीमारियों जैसे मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (MERS) और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (SARS) का कारण बनता है।

नोवेल कोरोनावायरस, यह कोरोना वायरस का नया नस्ल है। सबसे पहले वुहान, चीन में पता लगने वाले नोवेल कोरोनावायरस से होने वाली बीमारी को कोरोनावायरस डिजीज (COVID-19/कोविड – 19) कहते हैं।
कोरोना के लिए, VI- वायरस के लिए और D- डिजीज के लिए है। पहले इस बीमारी को ‘2019 नोवेल कोरोनावायरस’ या ‘2019-nCoV.’ के नाम से जाना जाता था।
क्या है कोरोना वायरस के लक्षण ?
Corona Virus या Covid-19 से पीडित जनो के लक्षण, अनावरण होने के 2 से 14 दिनो के बाद दिखाई देते हैं | यह लक्षण अधिकतर सौम्य होते है और सामन्य रूप मे इनकी उपेक्षा कि जाती है। कुछ लोग के संक्रमित होने के बावजूत, इनमे कोई लक्षण दिखाई नही देते है। कोई लक्षण ना दिखने पर भी ये संक्रमण हो सकते है।

वायरल लोड (वायरस की संख्या)
आपके शरीर की वायरल लोड (वायरस की संख्या) एक गंभीर लक्षण वाले बयक्ति के सामान हो सकते है। इसका मतलब है कि आप उतना ही संक्रमण के संकट में हैं जितना के COVID-19 के सीरियस पेशेंट हैं। 80 प्रतिशत लोग किसी विशेष इलाज के बिना भी ठीख हो जाते है।
कन्टेनमेंट ज़ोन से यात्रा
यदि आप हाल ही में COVID-19 कन्टेनमेंट ज़ोन से यात्रा करके लौटे हैं, तो आपके साथ साथ उन सभी लोगो को यह संक्रमण हो सकता हैं जो आपके या आपके परिवार के संपर्क में आएं है। ऐसे स्थिति में 14-21 दिन की सेल्फ-क्वारंटाइन (स्वयं संगरोध) करना आवश्यक है।
Corona Virus या Covid -19 से पीड़ित लोगो के लक्षण कुछ इस तरह के होते है –
- बुखार
- थकान
- सुखी खासी
- नाक का बंध होना
- बेहति नाक
- गले कि खराश
- सांस लेने मे कठिनाई
कोरोना वायरस कैसे फैलता है ?
यह वायरस किसी पीड़ित व्यक्ति के खांसने या छींकने से सांस के कणों/बूंदों के सीधे संपर्क में आने से या वायरस से संक्रमित सतह को छूने से फैलता है। COVID-19/कोविड-19 वायरस कुछ घंटों तक अपनी सतह पर जीवित रहता है लेकिन इसे किसी साधारण निस्संक्रामक से ख़त्म किया जा सकता है।
पहले से इस बिमारी से पीडित लोगो से नज़दीकी बनाये रखने से यह वायरस फैलता है। जब इस बीमारी के मरीज़, के खांसने से या छींकने से आती बूंदों के गिरने के स्थान या वस्तु के साथ संपर्क करके, अपने आँखों को या नाक को या मुँह को छूने से यह वायरस शरीर मे प्रवेश करता है।
इन बूंदों को सांस लेने से भी यह वायरस के शिकार बन्न सकते है | इस बिमारी से प्रभावित लोगो से 1 मीटर 3 फ़ीट दूरी बनाई रखनी चाहिए।
कोरोना वायरस से ठीक होने में कितना समय लगता है ?
हल्के लक्षण वाले लोगों के जल्दी ठीक होने की उम्मीद की जाती है। बुखार उतरने में हफ़्ते भर से कम समय लगना चाहिए हालांकि खांसी सामान्य से ज़्यादा वक़्त ले सकती है।
चीन से मिले आंकड़ों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के विश्लेषण के मुताबिक़ संक्रमण के बाद किसी व्यक्ति को ठीक होने में औसतन दो हफ़्ते का समय लगता है। गंभीर लक्षण वाले व्यक्तियों को तुरंत चिकित्सक सहायता लेनी चाहिए अन्यथा लक्षण बढ़ने पर जान का खतरा हो सकता है।
इन मामलों में बरतें ज़रूरी सावधानियां
यदि आपके पास Corona Virus या COVID-19 के चेतावनी संकेत हैं, तो आपातकालीन चिकित्सा पे ध्यान देने की सलाह दिया जाता है। इसमें शामिल है-
- स्वास लेने मे तकलीफ
- छाती में दर्द या दबाव
- नीले रंग का होंठ या चेहरा
- भ्रम की स्थिति
- उनींदापन या तंद्रा (जागने में असमर्थता)
इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रोकथाम रणनीतियों को गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है। सुरक्षा निर्देशों का पालन करते हुए अच्छी स्वच्छता का अभ्यास करना, और अपने दोस्तों और परिवार को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना इसके प्रसार को रोकने में एक महत्वपूर्ण रास्ता तय करेगा।
क्या corona Virus या COVID-19 बच्चों को प्रभावित करता है ?
ये एक नया वायरस है और अभी हमें इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि ये बच्चों को किस प्रकार प्रभावित करता है। हम जानते हैं कि इस वायरस से कोई भी प्रभावित हो सकता है लेकिन अभी तक COVID-19/कोविड -19 से बच्चों के प्रभावित होने के कम मामले ही सामने आये हैं। मुख्य रूप से कोविड-19 पहले से बीमार वृद्ध लोगों के मामले में अधिक प्रभावित करता है।
खुद को और परिवार को कैसे बचाये ?
Corona Virus या COVID-19 से बीमार होने के खतरे को कम करने के लिए बचाव के उपाय आप खुद भी रोजाना अपनाएं और साथ ही अपने घर के सभी लोगों को भी ऐसा करने के लिए कहें। ये कदम खास तौर पर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए जरूरी हैं-

- बीमार लोगों से नजदीकी संपर्क से बचें।
- अगर आप बीमार हैं तो इलाज करवाने के अलावा घर पर ही रहें।
- फेस कवर या मास्क पहनें।
- खांसी करते समय या छींकते समय कोहनी के अंदरूनी हिस्से से मुंह को ढकें या टिशू पेपर का उपयोग कर उसे डस्टबीन में फेकें। इसके बाद अपने हाथ धोएं।
- अपने हाथ को साबुन और पानी से अच्छी तरह 20 सेकेंड धोएं, खास तौर पर नाक को साफ करने के बाद, खांसने या छींकने के बाद, शौचालय के प्रयोग के बाद और भोजन बनाने या खाना खाने के पहले।
- अगर साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हों तो आप अल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो। हाथ अगर गंदे दिख रहे हैं तो अवश्य उसे साबुन और पानी से धोएं।
- जिन सतहों को लोग बार-बार छूते हैं, उनको साफ और कीटाणुमुक्त करें (जैसे फोन, दूसरे एलेक्ट्रॉनिक सामान, टेबल, काउंटर, बिजली उपकरणों के स्विच, दरवाजे के हैंडल और आल्मारियों के हैंडल)
- टीका लगवाएं।
Corona Virus या COVID-19 का उपचार
घर पर उपचार करने वाले मरीज चिकित्सकों द्वारा बताए गए निर्देशों का आवश्यक रूप से पालन करें। यदि मरीज घर पर सावधानियां रखता है और निर्देशों का पालन करता है तो वह घर पर ही ठीक हो सकता है। आवश्यक है कि वह निम्नलिखित बातों का ख्याल रखे-
- वह भाप लेता रहे।
- गुनगुना पानी पिए, नमकीन पानी से गरारे करे
- डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं या दवाओं की किट अनुसार समय पर दवाइयां ले
- परिवार से अलग रहे
- पर्याप्त आराम करें और मानसिक स्थिति को सकारात्मक बनाए रखें
- थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, स्ट्रीमर, स्पीरोमीटर आदि पास रहे
- पर्याप्त अंतराल में ऑक्सीजन का स्तर जांचते रहे
- साथ ही आकस्मिक स्थिति के लिए चिकित्सक से संपर्क करें
- सही समय अंतराल पर टिका के डोज़ लगवाते रहें
टीप:- यहाँ दी गई जानकारी केवल पाठ्य उपयोग एवं जानकारी के लिए हैं। इसे इलाज के विकल्प के तौर पर न लें। कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर स्व-उपचार जानलेवा हो सकता है। कृपया चिकित्सकीय परामर्श ज़रूर लें।