Miraculous Medicinal Properties of Garlic: लहसुन के 7 ऐसे चमत्कारिक औषधीय गुण की जान कर हैरान रह जाओगे

जान कर हैरान रह जायेंगे आप कि अपने अद्भुत स्वाद के साथ ही कई चमत्कारिक औषधीय गुणों की खान है लहसुन (Garlic)। कई चमत्कारिक औषधीय गुणों से भरपूर यह घरेलु उपचार और आयुर्वेद में भी शीर्ष स्थान रखता हैं।

भारतीय भोजन में अपने लज़ीज़ और लाजवाब ज़ायके कि लिए जितनी सामग्रियों का उपयोग होता है उसमे लहसुन भी एक है। यह तेज गंध वाला सफ़ेद कलियों का एक गुच्छेदार सब्ज़ी होता है जो प्याज़ की श्रेणी का होता है।

पुराने समय के लोगों द्वारा कहा भी गया है कि-
एक कली लहसुन चबें, खाली पेट निहार,
एक गिलास फिर जल पियें, मिटते कई विकार।

अर्थात खाली पेट लहसुन की एक कली का सेवन कर के एक गिलास पानी पी लेने भर से शरीर के कई विकारो से मुक्ति मिल जाती है।

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लहसुन के चमत्कारिक औषधीय गुण

पहले एक समय था जब आज के जैसे हर गली चौराहे पर मेडिकल स्टोर और क्लीनिक वगैरह नहीं हुआ करते थे तब उस समय लहसुन का इस्तेमाल आयुर्वेदिक उपचार के लिए किया जाता था।

  • एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च की मानें, तो यह एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा इसमें एंटी कैंसर गुण तथा रक्त का थक्का जमने से रोकने की क्षमता भी पाई जाती है।
  • इसमें एल्लीसिन नाम का एक कंपाउंड होता है इसलिए इसके औषधीय उपयोग से पहले उसे काटकर या थोड़ा कूच कर १० मिनट कि लिए यथावत छोड़ देना चाहिए ताकि उसमे मौज़ूद एल्लीसिन कंपाउंड की गुणों में बढ़ोत्तरी हो सके। ये एक ऐसा यौगिक है जो इसके कई स्वस्थ्य लाभों के लिए ज़िम्मेदार है।
  • इसमें सल्फर यौगिक एजोइन (Ajoene) और एलीन (Allein) कंपाउंड भी पाए जाते हैं, जो इसको असरदार औषधि बनाते हैं। इन तत्वों और यौगिकों की वजह से ही इसका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, लेकिन यही घटक इसको को संक्रमण दूर करने की क्षमता भी देते हैं।

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लहसुन (Garlic) के 7 चमत्कारिक औषधीय गुण

विशेषज्ञों ने पाया है कि लहुसन का सेवन करने से इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। सर्दी और फ्लू जैसे वायरस के कारण होने वाली बीमारियों से सुरक्षा देने और खांसी, बुखार, सर्दी के लक्षणों को कम करने में इसके सेवन के लाभ देखे गए हैं। रोजाना इसकी दो कलियां खाना सेहत को लाभ दे सकता है।

 Garlic (लहसुन)

1. स्पर्म काउंट बढ़ाने और स्पर्म मोर्टेलिटी सुधरने में

लहसुन में एफ्रोडिसिएक होता है जो की यौन इच्छा बढ़ने में कारगर है, यही नहीं इसमें एल्लीसिन नाम का एक कंपाउंड होता है, जो स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद सेलेनियम स्पर्म की गतिशीलता को सुधारता है। खाने में लहसुन के सेवन के साथ-साथ 1 या 2 लहसुन की गिरी को चबाकर खाने से क्रश कर के खाने से फायदे होते हैं।

2. वजन घटाने के लिए

एनसीबीआई द्वारा पब्लिश एक शोध में दिया है कि लहसुन में एंटी-ओबेसिटी गुण होता है, जो मोटापे को कम करने में कारगर हो सकता है। इसके अलावा, इससे थर्मोजेनेसिस यानी गर्मी उत्पादन करने वाली प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। इसे फैट बर्न करने के लिए जाना जाता है।

3. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में

लहसुन खाने के फायदे हाई ब्लड प्रेशर वालों में भी देखे जाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, इसमें बायोएक्टिव सल्फर यौगिक, एस-एललिस्सीस्टीन (S-allylcysteine) होता है। यह 10 mmhg सिस्टोलिक प्रेशर और 8 mmhg डायलोस्टिक प्रेशर को कम कर सकता है

4. कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अपनी एक जांच में पाया है कि पुराने लहसुन के सेवन से शरीर में एलडीएल यानी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-हाइपरलिपिडेमिया गुण हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक माना जाता है।

5. अल्कोहलिक फैटी लिवर के उपचार में

वैज्ञानिकों के अनुसार लहसुन में मौजूद एस-एलील्मर कैप्टोसाइटिस्टीन (SAMC) यौगिक नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर के उपचार में सहायक हो सकता है। साथ ही इसे लिवर को किसी प्रकार की चोट से बचाने के लिए भी जाना जाता है।

6. अपच की समस्या और एसिडिटी में

रोजाना लहसुन की 1 कली के सेवन से गैस्ट्रिक जूस के पीएच में सुधार होता है और इससे पाचन क्रिया को बनाए रखने में मदद मिलती है। पुराना इसका अर्क गैस्ट्रिक म्यूकोसल अस्तर को ठीक करने में मदद करता है साथ ही इसके एंटीमाइक्रोबियल गुण आंतों में विभिन्‍न प्रकार के परजीवियों और माइक्रोबियल संक्रमणों को मारते हैं। इसमें बायोएक्टिव यौगिक कोलाइटिस, अल्सर और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज को कम करने में मदद करता है।

7. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में

बताया जाता है कि लहसुन में जिंक, विटामिस बी और विटामिन सी भी पाया जाता है जो शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है। इस वजह से सर्दी, खांसी और कफ की समस्या से भी रहत मिलती है। 

लहसुन के उपयोग से सम्बंधित सावधानी

  • यदि आपको ब्लीडिंग डिसऑर्डर है या आप ब्‍लड को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं तो लहसुन का सेवन बढ़ाने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
  • अगर आप Low BP की समस्या से ग्रसित हैं तो लहसुन का प्रयोग कम करें या चिकित्सक के परामर्शानुसार करें।
  • यदि आप लहसुन से एलर्जिक हैं तो इसका उपयोग न करें अपितु अपनी सम्बंधित समस्या के लिए चिकित्सक की सलाह लें।

नोट: इस लेख में उपलब्ध जानकारी आपके पाठन योग्य है। यह किसी भी परिस्थिति में इलाज का विकल्प नहीं है। अपने स्वस्थ्य सम्बन्धी समस्याओ के लिए अवश्य ही अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

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